नई दिल्ली। भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में सिनेमेटोग्राफर और एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंस के पूर्व अध्यक्ष जॉन बैले अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी की अध्यक्षता करेंगे। आईएफएफआई के 50वें संस्करण का आयोजन 20 से 28 नवम्बर के बीच गोवा में होगा, जिसमें विभिन्न देशों की 200 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि कान्स अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी-2019 के सदस्य और फ्रांस के फिल्म निर्माता रॉबिन काम्पिलो, चीन के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता जांग यांग और ब्रिटेन की लायने रॉमसे सह ज्यूरी होंगे। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी में भारतीय सदस्य होंगे। आईएफएफआई के स्वर्ण जयंती संस्करण में प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पुरस्कार पाने के लिए 20 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाली 15 फिल्मों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। इन फिल्मों का चयन 700 से अधिक फिल्मों में से किया जाएगा। अनंत नारायण महादेवन द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म ‘माई घाट: क्राइम नं 103/2005’ और लिजो जॉस पेल्लीसेरी द्वारा निर्देशित मलयालम फिल्म ‘जली कट्टू’ 50वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
This post has already been read 7610 times!